- रोजगार का न होना ।
- कृषि भूमि की कमी ।
- शिक्षा (निम्न एवम उच्च) ।
- स्वास्थ्य उपचार हेतु अस्पताल की कमी ।
- यातायात की कमी ।
- उच्च तकनीकी की कमी ।
- जल की कमी (अभी शुरू हुई) ।
- महंगाई ।
- नजदीकी गांव से मुख्य बाजार की दूरी ।
- स्वरोजगार के अवसर जुटाने के लिए संसाधनों की कमी।
- गरीबी ।
- विकास की कमी ।
- बैंक की कमी ।
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15 - 18 % |
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खाबला |
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पालुका गांव का पलायन अधिक है, अगर जनसंख्या के आधार पर देखा जाए ।
पलायन पर विचार विमर्श :-
1. क्या पलायन जरूरी है ।
पलायन जरूरी तो नही है, लेकिन इंसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान जाता है, और वहीं का रह जाता है, जब वह वापस अपने जन्मभूमि में नही लौटता, और वहीं का रह जाता है, जहां वह कार्य करने के लिए गया है, तब उस परिघटना को पलायन से जोड़ सकते है । हमे अपनी मातृभूमि को नही छोड़ना चाहिए प्रायः एक संस्कृत श्लोक है जिसमे कहा गया है कि माता और जन्मभूमि का सम्मान तो स्वर्ग से भी ऊपर है ।
श्लोक:- "मित्राणि धन धान्यानि प्रजानां सम्मतानिव । जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी" ॥
2. क्या पलायन को रोका जा सकता है ।
हाँ रोका जा सकता है, ये केवल एक के बस में नही हम सब लोगों को एक दूसरे का साथ देकर इसको रोका जा सकता है, हमे स्वरोजगार पर भी ध्यान देना चाहिए बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए हमें अपने कृषि, आदि के विषय पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि लोग पैसा कितना भी क्यों न कमा लें खायेगा तो भोजन ही इसलिए अगर हम कृषि में या बागवानी, पर्यटन में कुछ नया करें तो अच्छा पैसा कमा सकते है । दूसरा हम अपने पहाड़ी हर्बल या दाल, चावल, या अन्य चीजों को ब्रांड बनाकर देश विदेश में भी बेच सकते है इसमें भी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है ।
3. सरकार पलायन के लिए क्या कर रही है ।
वर्तमान समय मे सभी को सरकारी नौकरी मिल पाना सम्भव नही है, उस परिस्थिति में सरकार के पास राजस्व भी नही है फिर सरकार के द्वारा ग्राम स्तर पर छोटे छोटे कुटीर उद्योग, डेरी उद्योग, बागवानी, यातायात के लिए बैंकों से सस्ती दर पर लोन मुहैया करवा रही है, और लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित कर रही है, जिससे धन अर्जित किया जा सकता है ।
- पिछले 10 वर्षों की रिपोर्ट देखें तो पता चलता है कि नौगांव ब्लॉक में केवल 2 गांव ही ऐसे है जहां लोग आकर बसे है, जो पलायन रोकने में प्रतिशत के आधार पर देखा जाए तो नगण्य है ।
क्षेत्र के क्षेत्रीय विशेषज्ञों से वार्तालाप करने पर कुछ बातें सामने आईं है ।
श्री पंकज डोभाल (Sr. Manager Program SUVIDHA) :-
रोजगार:- पलायन का मुख्य कारण रोजगार की अनुपलब्धता है । गांव में रोजगार के स्थायी साधन उपलब्ध नही है, सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नही उठा रही है, न ही सरकार की ओर से कोई अच्छी कार्यनीति है ।
शिक्षा :- पलायन का दूसरा सबसे बड़ा कारण शिक्षा और शिक्षा की समुचित व्यवस्था का न होना । केवल प्रारंभिक शिक्षा को आधार मानकर मैं इस बात को नही बोल रहा हूँ अपितु मुझे लगता है कि 12 वीं के बाद शायद ही कोई शिक्षार्थी होगा जो शिक्षा के लिए मजबूरन बड़कोट या देहरादून न जाता हो, अथार्थ पलायित होना ।
उपरोक्त रिपोर्ट के आधार पर ये कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि आने वाले भविष्य में अगर हम स्वम् इस ओर ध्यान नही देंगे तो एक दिन इसका खामियाजा समस्त क्षेत्र को उठाना होगा ।
ये रिपोर्ट एक छोटा सा सर्वे किया गया है, जिसमे समय समय पर परिवर्तन किया जा सकता है ।।
आप अपना सुझाव दे सकते है ।
धन्यवाद !